भारत के नौजवान: भारत की प्रेरणा, सोनू सूद, ज्योति कुमारी, विकास खन्ना
प्रेरणा और प्रेरणा स्त्रोत अगर देखे तो हमारी आन्खो के सामने प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित हैं। आज पूरी दुनिया और भारत लोकडाउन मे घर बैठी है। ऐसी स्थिति में जब देश और दुनिया की सरकारें कोरोना जैसी महामारी से अपने लोगों को बचानें का सम्पूर्ण प्रयास कर रहीं हैं, और जनता घर बैठे निरंतर काम कर रहीं हैं, अनायास ही निराश हो जाते हैं। ऐसे वक्त में हमे ज़रुरत हैं प्रेरणा की, ऐसी प्रेरणा जो हमें आगे बढ़ कर काम करने की शक्ति और हौसला दे सके। आज भारत में कोरोना दुख, निराशा और कष्ट लेकर आया हैं किन्तु साथ ही ले आया हैं एक नया जज़्बा और हौसला जो ये बताने मे सक्षम हैं कि भारतीय किसी से कम नही और यदि चाहें तो किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम हैं। आज हम आपको बताएंगे ऐसे ही कुछ कहानियों के बारे में जिन्होने हमे ये सिखाया हैं कि प्रेरणा का कोई रंग कोई समाज कोई जाति या कोई शहर नहीं होता।
नारी किसी से कम नहीं
इस संदर्भ में सबसे पहले आती है एक 15 साल की लड़की जो अपने बीमार पिता को अकेले ही 1200 किलोमीटर साइकिल चलाकर अपने घर लेकर गई। ज्योति के इस जज्बे ने यह साफ कर दिया है कि अगर ठान लो तो कोई भी समस्या कोई भी परेशानी बड़ी नहीं होती। ज्योति ने यह भी बताया है कि मर्द और औरत के बीच का फासला अब केवल कहानियों में ही रह गया है। क्योंकि ज्योति जैसे जज़्बे वाली ना जाने कितनी ही बेटियां है जिन पर भारत को नाज़ है।
सुपर ३० ने की अनोखी पहल
सुपर ३० के संचालक आनंद कुमार ने ज्योति कुमारी के अदम्य साहस को देखते हुए उन्हें अपने सुपर 30 बैच में फ्री ट्यूशन देने की बात रखी है। उनके छोटे भाई प्रणब ने खुद जाकर ज्योति को इस बात की जानकारी दी है।
सोनू सूद फ्रंट लाइन वर्रियर बन के सामने आये
सोनू सूद 46 साल के ऐसे बॉलीवुड कलाकार हैं जिन्होंने फ्रंट लाइन में रहकर प्रवासी मजदूरों के लिए हर संभव प्रयास किया और उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया। सोनू अभी तक 12000 प्रवासियों की मदद कर चुके हैं।
कर्नाटक और महाराष्ट्र सरकारों से अनुमति मिलने के बाद ही सोनू ने 10 नई बसों की सहायता भी दी है। उन्होंने जुहू स्थित अपने पारिवारिक बिजनेस अपने होटल को पैरामेडिकल स्टाफ की सहायता के लिए खोल दिया है। वे कहते हैं, हर इंसान को हक है मुश्किल घड़ी में अपने परिवार के साथ रहने का। मेरे लिए यह देखना काफी मुश्किल था कि उन लोगों को पैदल ही अपने बच्चों और बूढ़े मां बाप के साथ जाना पड़ रहा है।
विकास खन्ना ने मिलो दूर से दिखी वतन की मदद
लॉकडाउन के समय में न्यूयॉर्क में रहने वाले मशहूर शेफ विकास खन्ना ने जब भारत में लोगों को अपना सब कुछ होते हुए देखा तो उनके अंदर के भारतीय से रहा न गया और उन्होंने 50 टन आटा दाल और चावल का दान किया। सब्जी विक्रेता के संदर्भ में वे कहते हैं, इन सभी सालों में वे दूसरों को खिलाने के लिए घंटों खड़े रहे हैं और आज उनके खुद के पास ही खाने को नहीं है, हम ऐसे लोगों तक पहुंच रहे हैं और हर संभव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं।
किसान ने अपनी पूंजी लगाकर भेजा मजदूरों को उनके घर
पप्पन सिंह नाम के यह किसान दिल्ली के तिगीपुर गांव में मशरूम की खेती करते हैं। अपने 10 मजदूर भाइयों को इन्होंने 70000 की धनराशि लगाकर प्लेन से उनके घर बिहार पहुंचाने का निर्णय लिया। इतना ही नहीं पिछले 2 महीनों से वे उन सभी 10 भाइयों का खाने और रहने का बराबर इंतजाम भी कर रहे हैं।
उन्हीं में से एक भाई लखविंदर राम जैसे लोग कहते हैं, यह मैंने अपने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं कभी प्लेन में बैठ भी पाऊंगा मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
मदद को आगे आया बॉलीवुड
कई मशहूर बॉलीवुड अदाकारा सामने आई है। इनमें है रकुल प्रीत सिंह, सोहा अली खान और आथिया शेट्टी। रकुल के घर में ही रोज 200 परिवारों का खाना पक रहा है और गुरुग्राम में जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया जा रहा है। सोहा अली खान धारावी में कोरोना बीर तो के लिए राशन मुहैया करा रही है।
उन्होंने अपने फैंस को भी ऐसा करने के लिए अपील की है। वहीं अथिया सेव चिल्ड्रन इंडिया संगठन से जुड़कर गरीब बच्चों को दवाइयां और जरूरत के सामान मुहैया करा रही है।
इन सभी ने यह सिद्ध कर दिया है कि प्रेरणा कभी भी कहीं से भी ली जा सकती है। और अगर संकल्प पक्का हो तो हर मुश्किल जंग को आसानी से जीता जा सकता है। कोरोनावायरस की लड़ाई अभी जारी है और हमें जरूरत है ऐसे लोगों की जो हर संभव प्रयास करके बस अपनों को का संबल बढ़ा रहे हैं। हर एक भारतीय को गर्व है इन सभी महान हस्तियों पर जिन्होंने ऊपर बढ़कर जरूरतमंदों की सहायता की है और निरंतर कर रहे हैं।
2 thoughts on “भारत के नौजवान: भारत की प्रेरणा, सोनू सूद, ज्योति कुमारी, विकास खन्ना”